ये कविता पूरी तरह एम.जी.एम नॉएडा कि प्रधानाचार्या श्रीमती गीता लाड़कर को समर्पित है |जिन्होंने अपने कार्य काल के बहु मूल्य घंटे हमारे साथ बिताएं और हमें कभी अहसास नहीं होने दिया कि एम.जी.एम नॉएडा बाक़ी एम.जी.एम समुदाय का अभिन्न अंग है |जिनका नॉएडा दौरा सिर्फ और सिर्फ व्यक्तिगत कार्यों से होता है,देहरादून,मसूरी,नैनीताल इनके ह्रदय के अत्यंत समीप है | मेरे दिल के भड़ास को व्यक्त करती कुछ पंक्तियाँ आप सभी के सम्मुख रखता हूँ |उम्मीद यही है आप सभी कि भावना को यथा संभव चित्रित कर सकूँ ...
खुद को माँ कहने वाली,
क्या जाने माँ जैसी बनना |
वचनों से प्रेम लूटाने वाली,
क्या जाने बच्चो संग रहना|
है पास नहीं जिसके दो पल,
खुद के छौनो से मिलने का|
गद्दों में जिसकी उम्र कटी,
क्या जाने दर्द बिछौनो का |
जो खुद महलों में रहती है,
क्या जाने दर्द खंडहर का|
है माँ कहलाना सरल मगर,
मुस्किल है माँ जैसी बनना |
है लाड़ नहीं जिसके कर में,
क्या जाने अर्थ लाड़कर का |
जो गागर सुखी भीतर से,
क्या जाने छलकाना ममता |
अंत में सिर्फ इतना कहना चाहूँगा ...
हो चरण कमल कोमल जिसके,
वो क्यूँ कंकर पर चरण धरे |
पर खुद को माँ कहने से पहले,
यारों थोडा तो शर्म करे |
क्या जाने माँ जैसी बनना |
वचनों से प्रेम लूटाने वाली,
क्या जाने बच्चो संग रहना|
है पास नहीं जिसके दो पल,
खुद के छौनो से मिलने का|
गद्दों में जिसकी उम्र कटी,
क्या जाने दर्द बिछौनो का |
जो खुद महलों में रहती है,
क्या जाने दर्द खंडहर का|
है माँ कहलाना सरल मगर,
मुस्किल है माँ जैसी बनना |
है लाड़ नहीं जिसके कर में,
क्या जाने अर्थ लाड़कर का |
जो गागर सुखी भीतर से,
क्या जाने छलकाना ममता |
अंत में सिर्फ इतना कहना चाहूँगा ...
हो चरण कमल कोमल जिसके,
वो क्यूँ कंकर पर चरण धरे |
पर खुद को माँ कहने से पहले,
यारों थोडा तो शर्म करे |
great sir............
ReplyDeleteisi kavita ko sunkar....mai us din se aapka fan ho gaya....its gr8 nd the most important is "daring"
ReplyDeleteमेरा सलाम ऐसी कर्मयोगी विभूति को
ReplyDeletebindass hai ................
ReplyDeleteबहुत अच्छा लगा
ReplyDeleteहिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
ReplyDeleteकृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी टिप्पणियां दें
hey, ultimate one... sahi mein apne college ke din aur sabse zyaada strikes yaad aa gayi... god bless and yes keep blogging, will love to read more stuff from you...
ReplyDeleteMay God Gives U all The happiness Of life
ReplyDeleteIts really great to write the true and real facts
Wow,,,Yaar Tapaswani great writing skill........... Touch kar gai yaar teri baten... Sacchai chalak rahi hai isme...... Kafi time ho gaya tumse mile hue.... 2005 passout hoon but teri coll. ki poems yaad aaa gai.....
ReplyDeleteKuch hamare atipriya or caring Wagh Sir ke lie bi kuch go jae.......
Apna num scrap kar ke do.
100% truth sir ji.........
ReplyDeleteBhawnao ko shabdo mein pirona to koi aap se seekhe. Ek ek shabd hriday ko cheerta hua nikal jata hai.
ReplyDeleteto GOOD for only This Comment................
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